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Wednesday, 2 September 2015

कुछ उपाय जो वजन घटाएं

कुछ उपाय जो वजन घटाएं

पूरी नींद यानी पूरी सेहत

पर्याप्त नींद और तनाव का गहरा ताल्लुक है। कई शोध नींद और वजन के संबंधों के बारे में इशारा करते हैं। इनमें पाया गया है कि बहुत कम या बहुत अधिक नींद से वजन बढ़ने लगता है। अच्छी नींद लेने वाला व्यक्ति न सिर्फ तनाव मुक्त रहता है बल्कि मोटापा कम करने में भी मदद मिलती है।

वॉकिंग- उठाइए सेहत के कदम

पैदल चलने से शरीर की मांसपेशियों की अच्छी कसरत हो जाती है। कड़ी कसरत के 90 फीसदी फायदे मिल जाते हैं। अगर आप जिम नहीं जाना चाहते हैं, और भारी-भरकम वजन उठाना आपको पसंद नहीं, तो आप पैदल चलकर भी कसरत के फायदे पा सकते हैं। एक मील यानी करीब 1.6 किलोमीटर पैदल चलने से 100 कैलोरी तक बर्न होती हैं। हफ्ते में अगर तीन दिन दो-दो मील की वॉक करें तो हर तीसरे हफ्ते आधा किलो वजन कम हो सकता है।

जल है तो जीवन है

पानी हमारे शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में बहुत मददगार होता है। जिससे आपका मेटाबोलिज्म तेज हो जाता है और आपका वजन कम होने लगता है। इसलिए दिन में कम से कम 10-12 गिलास पानी जरुर पियें। कई शोधों में माना गया है कि दिन में आठ से नौ गिलास पानी से 200 से 250 कैलोरी आप बर्न कर सकते है।

चबा चबाकर खाएं

खाना धीरे-धीरे और अच्छी तरह चबाकर खाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि खाना देर तक खाएंगे। कम खाना खा पाएंगे और इससे वजन भी नहीं बढ़ेगा। यानी बहुत देर तक लगातार खाने से आपकी भूख मर जाएगी। चबाकर खाने से खाना जल्दी पच जाता है और आपको बहुत ज्यादा देर तक भूख नहीं लगती।

फलों का रस

फलों के रस में यदि ऊपर से चीनी न मिलाई गई हो, तो वजन घटाने का यह बेहद कारगर उपाय होता है। सॉफ्ट ड्रिंक, कोल्ड ड्रिंक जैसे पेय पदार्थों से जहां वजन बढ़ता है वही दूध, पानी, नारियल पानी, जूस इत्यादि वजन कम करने में लाभकारी होते हैं।

सेब जिसने खाया, वजन घटाया

सेब में कैलोरी बहुत कम होती है। इसमें मौजूद पेक्टिन नामक फाइबर एलडीएल कोलेस्ट्रोल या संतृप्त वसा के स्तर को नियंत्रित करता है। दिन में दो बार सेब का सेवन करने वाले लोग अपना 16 प्रतिशत कोलेस्ट्रोल कम कर सकते हैं जो वजन घटाने में सहायक होता है।

Wednesday, 26 August 2015

आंवले के औषधीय प्रयोग

आंवले के औषधीय प्रयोग
 
जो मनुष्य आंवले का रस १० से १५ मि.ली., शहद १० से १५ ग्राम, मिश्री १० से १५ ग्रामऔर घी २० ग्राम मिलाकर चाटता है तथा पथ्य भोजन करता है, उससे वृद्धावस्था दूररहती है l इस प्रयोग से शारीर में गर्मी, रक्त, चमड़ी तथा अम्लपित्त के रोग दूर होते हैं और शक्ति मिलती है l 
 
आंवला घृतकुमारी के संग पीने से पित्त का नाश होता है l 
 
१५-२० मि.ली. आंवलों का रस तथा एक चम्मच शहद मिलाकर चटाने से आँखों की रोशनी में वृद्धि होती है l 
 
सर्दी या कफ्फ की तकलीफ हो तो आंवले के १५-२० मि.ली. रस या १ ग्राम (पाँव चम्मच) चूर्ण में १ ग्राम हल्दी मिलाकर लें l 
 
१-२ आंवले और १०-२० ग्राम काले तिल रोज़ सुबह चबाकर खाने से स्मरणशक्ति तेज़ होजाती है l 
 
आंवले का रस और शुद्ध शहद सामान मात्रा में लेकर मिला लें l इस मिश्रण को प्रतिदिनरात के समय आँखों में आंजने से आँखों का धुंधलापन कम हो जाता है l इस मिश्रण को पीने से भी फायदा होता है l 
 
मैले दांत चमकाने हों तो दांतों पर आंवले के रस से मालिश करें l आंवले के रस मेंसरसों का तेल मिलाकर मसूड़ों पर हलकी मालिश करने से भी बहुत फायदा होता है l 
 
२५० ग्राम आंवले के चूर्ण में ५० ग्राम लहसुन पीसकर यह मिश्रण शहद में डुबाकर पंद्रहदिन तक धूप में रखें l उसके पश्चात् हर रोज़ एक चम्मच मिश्रण खा लें l यह एक उत्तमह्रदय-पोषक है l यह प्रयोग ह्रदय को मज़बूत बनाने वाला एक सरल इलाज है l 
 
रक्तचाप, ह्रदय का बढ़ना, मानसिक तनाव (डिप्रेशन), अनिद्रा जैसे रोगों में २० ग्रामगाजर के रस के साथ ४० ग्राम आंवले का रस लेना चाहिए l 
 
आधा भोजन करने के पश्चात् हरे आंवलों का ३० ग्राम रस आधा ग्लास पानी मेंमिलाकर पी लें l फिर शेष आधा भोजन करें l यह प्रयोग २१ दिन तक करें l इससे ह्रदय वमस्तिष्क की कमजोरी दूर होती है तथा स्वास्थ्य सुधरता है l 
 
सूखे आंवले तथा सुखा धनिया सामान मात्रा में लेकर रात को कुल्लढ में इक्कठे भिगो दें lसुबह छान के मिश्री मिलाकर पियें l इससे पेशाब की जलन दूर होती है तथा मूत्ररोगोंमें लाभ होता है l 
 
दो चम्मच कच्चे आंवले का रस और दो चम्मच कच्ची हल्दी का रस शहद के साथ लेने से प्रमेह मिट जाता है l कुछ दिनों तक प्रयोग करने से मधुमेह नियंत्रण में आजाता है तथा सभी तरह के मूत्र-विकारों से छुटकारा मिल जाता है l 
 
आंवले का चूर्ण गौमूत्र में घोंटकर शरीर पर लगाने से तुरंत पित्तियां दब जाती हैं l

वजन घटाए, सेहत बनाए टमाटर

टमाटर

वजन घटाए, सेहत बनाए टमाटर

(टमाटर सेवफल व संतरा दोनों के गुणों से युक्त होता है।)
विभा मित्तल
  1. पूरे शरीर को ऊर्जा देता और लीवर संबंधी विकारों को दूर करता है। 
  2. इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है, जिस कारण एक उत्तम भोजन माना जाता है।
  3. इसके लगातार सेवन से जिगर बेहतर ढंग से काम करता है और गैस की शिकायत भी दूर होती है।
  4. अगर आपको डायबिटीज है तो टमाटर का नियमित सेवन करें। यह पेशाब में चीनी की मात्र पर नियंत्रण पाने के लिए प्रभावशाली है। 
  5. एक मध्यम आकार के टमाटर में केवल 12 कैलोरीज होती है, इसलिए इसे वजन कम करने के लिए काफी उपयुक्त माना जाता है। वजन कम करना चाहते हैं तो सुबह-शाम एक गिलास टमाटर का रस पीएं, लाभ होगा।
  6. टमाटर इतने पौष्टिक होते हैं कि सुबह नाश्ते में केवल दो टमाटर संपूर्ण भोजन के बराबर माने जाते हैं।
  7. पके लाल टमाटर खाने वालों को कैंसर रोग की आशंका कम हो जाती है।
  8. इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
  9. टमाटर को काटकर उस पर काली मिर्च और सेंधा नमक डालकर खाएं। भूख बढ़ेगी, आंतों में मौजूद कीड़े मरेंगे।
  10. बच्चों को सूखा रोग होने पर आधा गिलास टमाटर के रस का सेवन कराने से फायदा होता है।
  11. गठिया रोग हो तो एक गिलास टमाटर के रस की सोंठ तैयार करें व एक चम्मच अजवायन का चूर्ण मिलाकर सुबह-शाम पीएं, लाभ होगा।-हिंदुस्तान, 16-11-11
    स्वास्थ्य रक्षक एवं पुष्टिकारक फल टमाटर 
     
    टमाटर केवल एक पौष्टिक शुद्ध आहार ही नहीं, बल्कि एक गुणकारी औषधि भी है। टमाटर में आहारोपयोगी पोषक तत्व काफी मात्रा में पाए जाने के कारण यह हरी सागसब्जियों में एवं फल के रूप में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। साग के अलावा टमाटर का उपयोग अचार, सूप, सैंडविच तथा सॉस आदि बनाने में भी होता है।
     
    टमाटर की प्रकृति न गर्म है, न ठंडी। टमाटर रस और विपाक में खट्‌टा, रूचिकर, अग्नि प्रदीपक, पाचक, सारक और रक्तशोधक होता है। अग्निमाध, मेदवृद्धि, उदर शूल तथा रक्त विकार में यह हितकारी है। टमाटर वायुनाशक है। टमाटर में लौह, चूना, पोटाश, लवण, मैग्नीज आदि अन्य सब्जियों तथा फलों की अपेक्षा अधिक पाए जाते हैं। ऑक्सेलिक एसिड, मैलिक एसिड तथा साइट्रिक एसिड भी टमाटर में पाए जाते हैं। छह प्रकार के विटामिनों में पांच विटामिन टमाटर में होते हैं। पके टमाटर में विटामिन ए, बी और सी प्रचुर मात्रा में होते हैं।
    औषधीय प्रयोग
    1. कब्ज : प्रतिदिन 50 ग्राम कच्चा टमाटर खाने से कब्ज दूर होती है। पके टमाटर का आधा कप सूप पीने से पुरानी कब्ज दूर होती है।
    2. पाचन शक्तिवर्द्धक : टमाटर के टुक़डे कर उन पर सौंठ व सेंधा नमक का चूर्ण बुरककर खाने से पाचन शक्ति ब़ढती है, अग्निमाघ, अफारा व अरूचि दूर होती है।
    3. मुंह के छाले : टमाटर का रस पानी में मिलाकर कुल्ले करने से छाले मिट जाते हैं।
    4. बुखार : बुखार में रक्त में विजातीय द्रव्य ब़ढ जाते हैं। टमाटर का सूप इन तत्वों को निकाल देता है। इससे रोगी को आराम मिलता है, लेकिन यह केवल सामान्य बुखार में ही देना चाहिए। 
    5. कृमिनाशक : टमाटर के रस में हींग का बघार लगाकर पीने से कृमि रोग में फायदा होता है। खाली पेट लाल टमाटर काली मिर्च व नमक मिलाकर खाने से भी कृमि मर जाते हैं।
    6. रतौंधी : सुबहशाम टमाटर का रस पीने से अल्पदृष्टि में लाभ होता है तथा आंखों की रोशनी ब़ढती है।
    7. शिशु शक्तिवर्द्धक : शिशु की माताएं टमाटर खाएं तथा शिशु को टमाटर का ताजा रस दिन में 2-3 बार पिलाएं। इससे शिशुओं का शारीरिक विकास अच्छा होता है, पाचन शक्ति अच्छी रहती है तथा दांत आने में कठिनाई नहीं होती।
    8. खुजली : टमाटर का रस एक चम्मच और नारियल का तेल दो चम्मच मिलाकर शरीर पर मालिश करने से तथा कुछ समय बाद गुनगुने पानी से स्नान करने से खुजली मिटती है।
    9. रक्त विकार : पके टमाटर के ताजे रस में पानी और थ़ोडा सा शहद मिलाकर पीने से रक्त विकार तथा रक्त पित्त दूर होता है।
    10. शक्तिवर्द्धक : प्रातः काल नाश्ते में एक गिलास टमाटर के रस में थ़ोडा सा शहद मिलाकर पीने से चेहरा टमाटर की तरह सुर्ख निखर जाता है। टमाटर यकृत, फेफ़डों को शक्ति देता है, स्मरण शक्ति बढाता है तथा रक्तचाप घटाता है।
    सावधानी : टमाटर गुणकारी होने के साथ ही पथरी, अम्लपित्त, आमवात, शीतपित्ती, सूजन, संधिवात के रोगियों के लिए हितकर नहीं है, अतः उन्हें टमाटर नहीं खाना चाहिए। जिनके शरीर में गर्मी की मात्रा अधिक हो, मांसपेशियों में दर्द रहता हो, तेज खांसी चलती हो, पेट आंतों व गर्भाशय में उपदंश हो, उन्हें भी टमाटर से परहेज करना चाहिए, न ही टमाटर का सूप आदि पीना चाहिए।

मोटापा घटाने केलिए कुछ आयुर्वेदिक नुस्खेँ

मोटापा घटाने केलिए कुछ आयुर्वेदिक नुस्खेँ

मोटापे को लेकरकई लोग परेशानरहतें हैं और इससेछुटकारा पाना चाहतेंहैं ! कुछ उपाय ढूंढकर उनको प्रयोग में लातें हैं लेकिन कई बार ऐसा देखा गया हैकि हर उपाय हरआदमी के लिएफायदेमंदनहीं हो पाता हैजिसके कारणउनको निराश होनेकि आवश्यकतानहीं है औरउनको दुसरा उपायअपनाना चाहिए !आज में आपके सामनें मोटापे को दूर भगाने के लिए कुछ सामान्यआयुर्वेदिक नुस्खेँ लेकर आया हूँ! जिनका प्रयोग करके फायदा उठाया जा सकता है !

1. मूली के रस मेंथोडा नमक और निम्बूका रस मिलाकरनियमित रूप से पीने से मोटापा कमहो जाता है और शरीरसुडौल हो जाता है !

2. गेहूं, चावल, बाजराऔर साबुत मूंगको समान मात्रा मेंलेकर सेककरइसका दलियाबना लें !इस दलिये में अजवायन 20 ग्राम तथा सफ़ेदतिल 50 ग्रामभी मिला दें ! 50 ग्रामदलिये को 400मि.ली.पानी मेंपकाएं !स्वादानुसार सब्जियां और हल्का नमक मिला लें !नियमित रूप से एकमहीनें तक इस दलिये के सेवन से मोटापा और मधुमेह में आश्चर्यजनकलाभ होता है !

3. अश्वगंधा के एकपत्ते को हाथ सेमसलकर गोली बनाकर प्रतिदिनसुबह,दोपहर,शामको भोजन से एकघंटा पहलेया खाली पेट जल केसाथ निगल लें ! एकसप्ताह के नियमितसेवन के साथफल, सब्जियों, दूध, छाछ और जूस पर रहते हुए कईकिलो वजन कमकिया जा सकता है !

4. आहार में गेहूं केआटे और मैदा से बनेसभी व्यंजनों का सेवन एक माह तक बिलकुल बंद रखें ! इसमें रोटी भीशामिल है !अपना पेट पहले के4-6 दिन तक केवलदाल, सब्जियां औरमौसमी फल खाकरही भरें ! दालों में आपसिर्फ छिलकेवाली मूंग कि दाल, अरहर या मसूर कि दाल ही ले सकतें हैं चनें या उडदकि दाल नहीं !सब्जियों में जो इच्छा करें वही ले सकते हैं !गाजर, मूली, ककड़ी,पालक, पतागोभी, पके टमाटर औरहरी मिर्च लेकरसलाद बना लें ! सलाद पर मनचाही मात्रा में कालीमिर्च, सैंधा नमक, जीरा बुरककर औरनिम्बू निचोड़ करखाएं ! बस गेहूंकि बनी रोटी छोडकरदाल, सब्जी, सलाद और एक गिलास छाछका भोजन करते हुए घूंट घूंट करके पीते हुए पेट भरना चाहिए ! इसमें मात्रा ज्यादा भी हो जाए तो चिंता कि कोई बात नहीं ! इस प्रकार 6-7 दिन तक खाते रहें !इसके बाद गेहूंकि बनी रोटी किजगह चना और जौ के बने आटे कि रोटी खाना शुरू करें !

5 किलो देशी चना और एक किलो जौ को मिलकर साफ़ करके पिसवा लें !6-7 दिन तक इस आटे से बनी रोटी आधी मात्रा में औरआधी मात्रा मेंदाल,सब्जी,सलाद और छाछ लेना शुरू करें ! एकमहीने बाद गेहूंकि रोटी खाना शुरूकर सकते हैं लेकिनशुरुआत एक रोटी सेकरते हुए धीरे धीरेबढाते जाएँ ! भादों केमहीने में छाछका प्रयोगनहीं किया जाता हैइसलिए इस महीनें मेंछाछ का प्रयोगनां करें !!

5. एरण्ड की जड़का काढ़ा बनाकरउसको छानकर एक एक चम्मच की मात्रा में शहद के साथ दिन में तीन बार नियमितसेवन करने सेमोटापा दूरहोता है !!

6. चित्रक कि जड़का चूर्ण एक ग्रामकी मात्रा में शहद केसाथ सुबह शामनियमित रूप से सेवन करने और खानपान का परहेज करनें से भी मोटापा दूर किया जा सकता है !!

वजन घटाने स्वास्थ्य सुझाव


वजन घटाने स्वास्थ्य सुझाव
 आटा भिगोते ही तुरंत इस्तेमाल
करना चाहिए वरना उसमे ऐसे रासायनिक
बदलाव आते है जो सेहत के लिए बहुत
हानिकारक हो सकते है . ऐसा आयुर्वेद में
स्पष्ट कहा गया है . इसलिए फ्रिज
का इस्तेमाल आटा रखने के लिए ना करे . कुछ
ही दिन में ऐसी आदत बन
जायेगी की जितनी रोटियाँ लगती है
उतना ही आटा भिगोया जाए और इसमें
ज़्यादा समय भी नहीं लगता . ताज़े आते
की रोटियाँ ज़्यादा स्वादिष्ट और
पौष्टिक होती है .

Friday, 21 August 2015

बेहद सरल नुस्खे मोटापा कम करने के लिए

 बेहद सरल नुस्खे मोटापा कम करने के लिए
आयुर्वेद में इंसानी शरीर व मन से जुड़ी अधिकांस बीमारियों का प्रामाणिक व शर्तिया उपाया बताया जाता है। आइये देखते हैं ऐसे ही कुछ आयुर्वेदिक और घरेलू नुस्खे जो आपके पाचन तंत्र को सदा दुरुस्त रखने में बेहद मददगार होते हैं..
1. भोजन के एक घंटा पहले पंचसकार चूर्ण को एक चम्मच गरम पानी के साथ लेने से भूख खुलकर लगती है।
2. रात में सोते समय आँवला 3 भाग, हरड़ 2 भाग तथा बहेड़ा 1 भाग-को बारीक चूर्ण करके एक चम्मच गुनगुने पानी के लेने
से सुबह दस्त साफ आता है एवं भूख खुलकर लगती है।
3. भोजन में पतले एवं हलके व्यंजनों का प्रयोग करने से खाया हुआ जल्दी पच जाता है, जिससे जल्दी ही भूख लग जाती है।
4. खाना खाने के बाद अजवायन का चूर्ण थोड़े से गुड़ के साथ खाकर गुनगुना पानी पीने से खाया हुआ पचेगा, भूख लगेगी और खाने में रुचि पैदा होगी।
5. भोजन के बाद हिंग्वष्टक चूर्ण एक चम्मच खाने से पाचन-क्रिया ठीक होगी।
6. हरे धनिए में हरी मिर्च, टमाटर, अदरक, हरा पुदीना, जीरा, हींग, नमक, काला नमक डालकर सिलबट्टे पर पीसकर बनाई चटनी खाने से भोजन की इच्छा फि र से उत्पन्न होती है।
7. भोजन करने के बाद थोड़ा सा अनारदाना या उसके बीज के चूर्ण में काला नमक एवं थोड़ी सी मिश्री पीसकर मिलाने के बाद पानी के साथ एक चम्मच खाने से भूख बढ़ती है।
8. एक गिलास छाछ में काला नमक, सादा नमक, पिसा जीरा मिलाकर पीने से पाचन-क्रिया तेज होकर आरोचकता दूर होती है।
9. भोजन के बाद 5-10 मिनिट घूमना पाचन में सहायक होता है।
10. भोजन करने के बाद वज्रासन में कुछ देर बैठना भी बेहद लाभदायक होता है।

मोटापा घटाए

मोटापा घटाए
पेट की मालिश करने से चयापचय दर बढ़ती है और पाचन को बढ़ावा मिलता है। यह उन लोगों के लिये अच्‍छी हो सकती है जो लोग वेट कम करने की बहुत महनत करते हैं और उन्‍हें किसी भी चीज का कोई फायदा नहीं मिलता।
2) पेट फूलने की समस्‍या
खाना ठीक से हजम न होने की वजह से पेट फूलना और उसमें गैस बनने की समस्‍या होती है। लेकिन पेट की मालिश करने से पेट की गैस आराम से निकल जाती है और अपच भी नहीं होता।
3) कब्‍ज से छुटकारा
कब्‍ज और पेट के दर्द से छुटकारा मिलता है। पेट की मालिश रोजाना करें।
4) पेट दर्द से छुटकारा
पेट में अगर दर्द होता हो तो, मालिश करने से उस जगह का ब्‍लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है। इससे पेट की मासपेशियों को गर्माहट मिलती है, जिससे आपको आराम मिलेगा।
5) गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल की सेहत में सुधार
नियमित रूप से पेट की मालिश करने पर आपको कभी भी पेट का कोई रोग नहीं होगा। पेट फूलना, पेट में दर्द, गैस आदि सब ठीक हो जाएगी और पेट की मासपेशियां पूरी तरह से टोन्‍ड हो जाएंगी। साथ ही अपच की समस्‍या भी दूर होगी।
6) तनाव और चिंता से छुटकारा
मालिश से तनाव कम होता है और दिमाग पूरी तरह से शांत और रिलैक्‍स हो जाता है। इससे दिमागी सुकून मिलता है
7) होती है पतली कमर
पेट पर मसाज करने से वहां की मासपेशियां टोन्‍ड हो जाती हैं। आपकी लटकती हुई कमर कुछ ही दिनों में शेप में आ जाती है। इसके साथ टम्‍मी टाइट बन जाती है।
8) पीरियड्स क्रैंप मालिश करते वक्‍त
लौंग, लेवेंडर या दालचीनी का तेल प्रयोग करने से पेडु के दर्द में लाभ मिलेगा।
9) कब नहीं करनी चाहिये पेट की मालिश
अगर आप प्रेगनेंट हैं, किडनी स्‍टोन, गॉलस्‍टोन, पेट में अल्‍सर, प्रजनन अंगों में सूजन या फिर आंतरिक रक्तस्राव हो रहा हो तो मालिश न करें।

वजन घटाने में कारगर है ~ ये नुस्खे कर देंगे दुबला - पतला ..

हफ्ते भर बाद ही दिखने लगेंगे पतले - दुबले ... !
न डाइटिंग की जरूरत पड़ेगी - न जिम की ~ ये नुस्खे कर देंगे दुबला - पतला .. !
आप आश्चर्यचकित रह जायेंगे ~ इन नुस्खों को आजमाने के बाद ..... !
* करौंदे का जूस :-
यह वजन घटाने में कारगर है - एक अच्छा एंटीऑक्सीडेंट होने से मेटाबॉलिज्म को ठीक रखता है ~ इससे फैट भी कम होता है !
* ग्रीन टी :-
वजन कम करने के लिए यह अच्छा विकल्प है - एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर ग्रीन टी फैट कम करती है !
ग्रीन टी में विशेष प्रकार के पोलीफेनॉल्स पाए जाते हैं जिससे फैट बर्न होता है !
* खाना खाने के बाद गर्म पानी :-
खाना खाने के बाद गर्म पानी पीएं - पानी खूब पीएं - इसके अलावा सुबह खाली पेट गर्म पानी पीएं !
इसमें शहद डाल लेंगे ~ तो निश्चित रूप से वजन कम होगा !
* सेब का सिरका :-
वजन कम करता है - सिरका से रक्त शर्करा कंट्रोल होती है - यह वजन कम करने में सहायक है !
क्योंकि इन्सुलिन मुक्त शर्करा को वसा के रूप में संचित नहीं कर पाती है !
सेब का सिरका पानी में मिलाकर पीएं !
* पत्ता गोभी :-
खूब खाइए - यह सब्जी वजन कम करने में सहायक है !
एक कप पकी हुई बंदगोभी में 33 कैलोरी होती है जो वजन नहीं बढऩे देती !
बंदगोभी का सूप फैट की मात्रा का घटा देता है ~ लेकिन एनर्जी पूरी देता है !
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Thursday, 20 August 2015

मोटापा दूर करने के घरेलु नुस्खे


 मोटापा दूर करने के       
घरेलु नुस्खे
 खड़े खड़े पानी पीने वाले का घुटना दुनिया का कोई डॉक्टर ठीक नहीँ कर सकता।
* तेज पंखे के नीचे या A. C. में सोने से मोटापा बढ़ता है।
* 70% दर्द में एक ग्लास गर्म पानी किसी भी पेन किलर से भी तेज काम करता है
* कुकर में दाल गलती है, पकती नहीँ। इसीलिए गैस और एसिडिटी करती है।
* अल्युमिनम के बर्तनों के प्रयोग से अंग्रेजों नें देशभक्त भारतीय क़ैदियों को रोगी बनाया था।
* शर्बत और नारियल पानी सुबह ग्यारह के पहले अमृत है।
* लकवा होते ही मरीज के नाक में देशी गाय का घी डालने से लकवा पन्द्रह मिनट मेँ ठीक हो जाता है।
* देशी गाय के शरीर पर हाथ फेरने से 10 दिन में ब्लड प्रेसर नॉर्मल हो जाता है।
* देशी गाय का दूध रोग नाशक और विदेशी गाय का दूध रोग कारक है।

गुड़ खाने से 18 फायदे :
1>गुड़ खाने से नहीं होती गैस की दिक्कत
2>खाना खाने के बाद अक्सर मीठा खाने का मन करता हैं। इसके लिए सबसे बेहतर है कि आप गुड़ खाएं। गुड़ का सेवन करने से आप हेल्दी रह सकते हैं
3> पाचन क्रिया को सही रखना
4> गुड़ शरीर का रक्त साफ करता है और मेटाबॉल्जिम ठीक करता है। रोज एक गिलास पानी या दूध के साथ गुड़ का सेवन पेट को ठंडक देता है। इससे गैस की दिक्कत नहीं होती। जिन लोगों को गैस की परेशानी है, वो रोज़ लंच या डिनर के बाद थोड़ा गुड़ ज़रूर खाएं
5> गुड़ आयरन का मुख्य स्रोत है। इसलिए यह एनीमिया के मरीज़ों के लिए बहुत फायदेमंद है। खासतौर पर महिलाओं के लिए इसका सेवन बहुत अधिक ज़रूर है
6> त्वचा के लिए -- गुड़ ब्लड से खराब टॉक्सिन दूर करता है, जिससे त्वचा दमकती है और मुहांसे की समस्या नहीं होती है।
7> गुड़ की तासीर गर्म है, इसलिए इसका सेवन जुकाम और कफ से आराम दिलाता है। जुकाम के दौरान अगर आप कच्चा गुड़ नहीं खाना चाहते हैं तो चाय या लड्डू में भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
8> एनर्जी के लिए -- बुहत ज़्यादा थकान और कमजोरी महसूस करने पर गुड़ का सेवन करने से आपका एनर्जी लेवल बढ़ जाता है। गुड़ जल्दी पच जाता है, इससे शुगर का स्तर भी नहीं बढ़ता। दिनभर काम करने के बाद जब भी आपको थकान हो, तुरंत गुड़ खाएं।
9> गुड़ शरीर के टेंपरेचर को नियंत्रित रखता है। इसमें एंटी एलर्जिक तत्व हैं, इसलिए दमा के मरीज़ों के लिए इसका सेवन काफी फायदेमंद होता है।
10> जोड़ों के दर्द में आराम -- रोज़ गुड़ के एक टुकड़े के साथ अदरक का सेवन करें, इससे जोड़ों के दर्द की दिक्कत नहीं होगी।
11> गुड़ के साथ पके चावल खाने से बैठा हुआ गला व आवाज खुल जाती है।
12> गुड़ और काले तिल के लड्डू खाने से सर्दी में अस्थमा की परेशानी नहीं होती है।
13> जुकाम जम गया हो, तो गुड़ पिघलाकर उसकी पपड़ी बनाकर खिलाएं।
14> गुड़ और घी मिलाकर खाने से कान का दर्द ठीक हो जाता है।
15> भोजन के बाद गुड़ खा लेने से पेट में गैस नहीं बनती ।
16> पांच ग्राम सौंठ दस ग्राम गुड़ के साथ लेने से पीलिया रोग में लाभ होता है।
17> गुड़ का हलवा खाने से स्मरण शक्ति बढती है।
18> पांच ग्राम गुड़ को इतने ही सरसों के तेल में मिलाकर खाने से श्वास रोग से छुटकारा मिलता है।

Saturday, 15 August 2015

कैसे तेजी से घटाएं अपना वज़न

कैसे तेजी से घटाएं अपना वज़न ?

वजन या खो करना एक ऐसा विषय है जिसपे जितने मुंह उतनी बातें सुनने को मिलती हैं कम करें. लोग एक से एक सुझावों या आहार योजना बताते हैं , जिसके हिसाब से वजन करना मानो बच्चों का खेल हो कम करें. पर हकीकत तो आप जानते ही हैं कि ये असल में कितना काम है चुनौती दे . इसीलिए मैं आज आपके साथ वजन कम करने के लिए , हिंदी में हिस्सेदारी कर रहा हूँ . मेरी कोशिश होगी की यह लेख हिंदी में इस विषय पर लिखे गए सबसे अच्छे लेखों में से एक हो .

वजन बढ़ने का विज्ञान बड़ा सीदा - साधा है . यदि आप खाने - रहे हैं जला उतनी ले पीने के रूप में जितनी कैलोरी नहीं करेंगे तो आपका वजन बढ़ना तय है . दरअसल बची हुई कैलोरी ही हमारे शरीर में वसा के रूप में इकठ्ठा हो जाती है और हमारा वज़न बढ़ जाता है .

वज़न कम करने की प्रक्रिया शुरू करने से पहले आपको ये जानना चाहिए कि आपका वर्तमान वजन सही है या नहीं . इसके लिए आप कृपया इस लेख को पढ़ें कैसे जानें आपका वज़न सही है या नहीं ? यहाँ से आप अपना बॉडी मास इंडेक्स जान पायेंगे . बीएमआई एक बहुत ही सरल उपकरण है जो आपके वज़न और लम्बाई के हिसाब से आपकी शरीर में कितना वसा है बताता है . आपका बीएमआई ये बताता है कि आप किस वजन वर्ग में आते हैं :

अब यदि आप अधिक वजन या मोटापे से ग्रस्त हैं तो ही आपको अपना वज़न कम करने की ज़रुरत है . और यदि आपको इसकी ज़रुरत है तो आपको ये भी जाना चाहिए कि जिस इस्थिति में आप पहुंचे हैं उसकी वज़ह क्या है . वैसे आम - तौर पर वज़न बढ़ने के दो कारण होते हैं :

खान - पान : वजन बढ़ने का सबसे प्रमुख कारण होता है हमारा खान - पान . यदि हमारे खाने में कैलोरी की मात्र अधिक होगी तो वज़न बढ़ने के मौके ज्यादा हो जाते हैं . अधिक तला - भुना , फास्ट फूड , देशी घी , कोल्ड ड्रिंक आदि पीने से शरीर में ज़रुरत से ज्यादा कैलोरी इकठ्ठा हो जाती हैं जिसे हम बिना अतिरिक्त प्रयास के जला नहीं कर पाते और नतीजा हमारे बढे हुए वज़न के रूप में दिखाई देता है . यदि आप इस बात की जानकारी रखें कि आपके शरीर को हर दिन कितने कैलोरी की आवश्यकता है और उतना ही करें तो आपका वजन नहीं बढेगा खपत करते हैं.
निष्क्रिय होना : अगर आपकी दिनचर्या ऐसी है कि आपको ज्यादा हाथ - पाँव नहीं हिलाने पड़ते तो आपका वजन बढ़ना लगभग तय है . ख़ास तौर पर जो लोग घर में ही रहते हैं या दिन भर कुर्सी पर बैठ कर ही काम करते हैं उन्हें जान - बूझ कर अपनी दैनिक जीवन में कुछ शारीरिक गतिविधि चाहिए करनी शामिल है. जैसे कि आप की जगह सीढ़ियों का प्रयोग करें उठा , अपने हित का कोई खेल खेलें , बैडमिंटन , टेबल टेनिस , इत्यादि कि जैसे . यदि आप एक ट्रेडमिल या जिम चक्र एक कर सकें और उसे नियमित रूप से प्रयोग करें तो काफी लाभदायक होगा बनती हैं. वैसे सबसे सस्ता और सरल उपाय है कि आप रोज़ कुछ देर टहलने की आदत डाल लें .

पर इसके अलावा भी कई कारणों से आपका वज़न बढ़ सकता है अन्य कारणों को आप यहाँ देख सकते हैं : वज़न बढ़ने के 10 प्रमुख कारण

अब जब आप वजन बढ़ने का कारण जान गए हैं तो या खो करना आपकी इच्छाशक्ति और जानकारी पर निर्भर करता है कम इसे . यहाँ मैं वजन करने की ऐसी ही कुछ टिप्स हिंदी में हिस्सा खो कर रहा हूँ . उम्मीद है ये जानकारी आपके काम आएगी .
हिन्दी में अपना वजन कम करने के लिए सुझाव

1 .सब्र रखें : याद रखिये की आज जो आपका वजन है वो कोई दो - दिन या दो महीने की देन नहीं है . ये तो बहुत समय से चली आ रही आपकी जीवन शैली का नतीजा है . और यदि आपको वजन घटाने करना है तो निश्चित रूप से आपको सब्र रखना होगा . बेंजामिन फ्रैंकलिन का ये कथन - " जिसके पास धैर्य है वह जो चाहे वो पा सकता है . " हमेशा मुझे प्रेरित करता है . तो आप भी तैयार रहिये कि इस काम में वक़्त लगेगा . हो सकता है शुरू के एक - दो हफ्ते आपको अपने वज़न में कोई अंतर ना नज़र आये पर येही वो वक़्त है जहाँ आपको मजबूत बने रहना है , धैर्य रखना है , हिम्मत रखना है .

 2 अपने प्रयासों में यकीन रखिये . किसी भी और चीज से ज्यादा ज़रूरी है कि आप वजन घटाने के लिए जो प्रयासों कर रहे हैं उसमे आपका यकीन होना . यदि आप एक तरफ प्रतिदिन जिम जा रहे हैं और दूसरी तरफ दोस्तों से ये कहते फिर रहे हैं कि जिम - विम जाने का कोई फायदा नहीं है तो आपका अवचेतन मन भी इसी बात को मानेगा , और सच - मुच आपको अपने एफ्फोर्ट्स का कोई रिजल्ट नहीं मिलेगा . खुद से सकारात्मक बात करना बहुत ज़रूरी है . आप खुद से कहिये कि , " मैं फिट हो रहा हूँ " , " मुझे परिणाम मिल रहे हैं " , आदि .

3.Visualize करिए : आप जैसा दिखना चाहते हैं वैसे ही खुद के बारे में सोचिये . यकीन जानिये ये आपको वजन करने में मदद करेगा खो देते हैं. आप चाहें तो आप अपने कमरे की दीवार , या कंप्यूटर स्क्रीन पर कुछ वैसी ही फोटो लगा सकते हैं जैसा कि आप दिखना चाहते हैं . रोज़ खुद को वैसा देखना उस चीज को और भी संभव बनाएगा .

4. नाश्ते के बाद , पानी को अपना मुख्य पेय बनाएं : . नाश्ते के वक़्त संतरे का रस , चाय , दूध इत्यादि ज़रूर लें लेकिन उसके बाद पुरे दिन पानी को ही पीने के लिए इस्तेमाल करें . कोल्ड - ड्रिंक को तो छुए भी नहीं और चाय - . कॉफ़ी पर भी पूरा नियंत्रण रखें इस तरह आप हर रोज़ करीब 200-250 कैलोरी करेंगे उपभोग कम .

5.Pedometer का प्रयोग करें : ये एक ऐसी युक्ति है जो आप के हर कदम को गिनती करता है . इसे अपने बेल्ट में लगा लें और कोशिश करें की हर रोज़ 1000 अतिरिक्त कदम चला जाये . जिनका वजन अधिक होता है वो आम तौर पर दिन भर में बस दो से तीन हज़ार कदम ही चलते हैं . यदि आप इसमें 2,000 कदम और जोड़ दें तो आपका वर्तमान वजन बना रहेगा और उससे ज्यादा चलने पर वज़न कम होगा . एक मानक pedometer की कीमत 1000 से 1500 से रुपये तक होती है .

पदगणित्र
6. अपने साथ एक छोटी सी डायरी रखें : आप जो कुछ भी खाएं उसे इसमें लिखें . रिसर्च में पाया गया है कि जो लोग ऐसा करते हैं वो औरों से 15 % कम कैलोरी करते हैं खपत करते हैं.

7. जानें कितनी कैलोरी आप लेते हैं , और उसमे 10 % जोड़ कर दें : यदि आपको लगता है कि आप हर रोज़ 1800 कैलोरी लेते हैं और फिर भी आपका वज़न नहीं हो नियंत्रित रहा है तो शायद आप अपनी कैलोरी की मात्रा का गलत अनुमान लगा रहे हैं . आम तौर पर यदि आप अपने अनुमान में 10 % और जोड़ दें तो आपका अनुमान ज्यादा सटीक हो जायेगा . उदाहरण के लिए : 1800 की जगह 1800 + 180 = 1980 कैलोरी .

8. तीन समय खाने की बजाये 5-6 बार थोडा - थोडा खाएं : . दक्षिण अफ्रीका में हुई शोध एक में ये पाया गया की यदि व्यक्ति सुबह , दोपहर , शाम खाने की बजाये दिन भर में 5-6 बार थोड़ा - थोड़ा खाए तो वो कम कैलोरी 30 % करता है खपत करते हैं. और यदि वह उतनी ही कैलोरी ले रहा है जितना की वो तीन बार खाने में लेता है तो भी ऐसा करने से शरीर कम इंसुलिन रिलीज करती है , जो की आपके रक्त शर्करा को सही रखता है और आपको भूख भी कम लगती है .

9. रोज़ 45 मिनट टहलिए : . रोज़ 30 मिनट टहलना आपका वजन बढ़ने नहीं देगा लेकिन यदि आप अपना वजन घटाना 45 मिनट रोज़ टहलना चाहिए कम कम से तो चाहते हैं . अगर आप रोज़ ऐसा कर लेते हैं तो बिना अपना खान - पान बदले भी आप साल भर में 15kg वज़न कम कर सकते हैं . और यदि आप ये काम सुबह सुबह ताज़ी हवा में करें तो बात ही कुछ और है . पर इसके लिए आपको डालनी होगी सुबह जल्दी उठने की आदत .

10. नीले रंग का अधिक प्रयोग करें : नीला रंग भूख को कम करता है . यही वजह है कि अधिकतर रेस्तरां इस रंग का प्रयोग कम करते हैं . तो आप खाने में नीले रंग प्लेटें करें उपयोग , नीले कपडे पहने , और टेबल पर नीला मेज़पोश डालें . इसके विपरीत , लाल, पीला , और नारंगी रंग खाते वक़्त करें बचने , ये भूख बढाते हैं .

11. अपने पुराने कपड़ों को दान कर दें : एक बार जब आप सही वजन पा चुके हैं तो अपने पुराने कपडे , जो अब आपको ढीला होंगे , उन्हें किसी को दान कर दें . ऐसा करने से दो फायदे होंगे . एक तो आपको कुछ दान कर के ख़ुशी होगी और दूसरा आपके दिमाग में एक बात रहेगी कि यदि आप फिर से मोटे हुए तो वापस इतने कपडे खरीदने होंगे . ये बात आपको अपना वजन सही रखने के करेगी प्रोत्साहित करते लिए .

12. खाने के लिए छोटी प्लेट का प्रयोग करें : . अद्ध्यनो से पता चला है कि चाहे आपको जितनी भी भूख लगी हो , यदि आपके सामने कम खाना होगा तो आप कम खायेंगे , और यदि ज्यादा खाना रखा है तो आप ज्यादा खायेंगे . तो अच्छा होगा कि आप थोड़ी छोटी थाली उसे करें जिसमे कम खाना आये . इसी तरह चाय - कॉफ़ी के लिए भी छोटे कप प्रयोग करें बार बार खाना लेना आपका कैलोरी की मात्रा बढाता है इसलिए आपको जितना खाना है उसी हिसाब से एक ही बार में उतना खाना ले लें . .

13. जहां खाना खाते हों वहाँ सामने एक शीशा लगा लें : एक अध्ययन में ये पाया गया कि शीशे के सामने बैठ कर खाने वाले लोग कम खाते हैं . शायद खुद को आकार देखकर उन्हें ये याद दिलाता हो कि वजन कम करना उनके लिए बेहद ज़रूरी है की बाहर .

14.Water युक्त भोजन खाएं : होता है कम पेनसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी की एक शोध में पाया गया है कि पानी युक्त भोजन , जैसे कि टमाटर , लौकी , खीरा , आदि खाने से आपका कुल कैलोरी खपत इसलिए इनका अधिक से अधिक प्रयोग करें . .

15.Low वसा वाले दूध का प्रयोग करें : चाय , कॉफ़ी बनाने में , या सिर्फ दूध पीने के लिए भी स्किम दूध का उपयोग करें , जिसमे कैल्शियम ज्यादा होता है और कैलोरी कम .

16.90 % खाना घर पर ही खाएं : अधिक से अधिक घर पर ही खाना खाएं , और यदि आप बाहर भी घर का बना खाना ले जा सकते हों तो ले जायें . बाहर के खाने में ज्यादातर उच्च वसा और उच्च कैलोरी होती हैं . इनसे बचें .

17. धीरे - धीरे खाएं : धीरे खाने से आपका ब्रेन पेट भर जाने का सिग्नल पहले ही दे देगा और आप कम खायेंगे .

18. तभी खायें जब सचमुच भूख लगी हो : कई बार हम बस यूँहीं खाने लगते हैं . कई लोग आदत , उदासी , या घबराहट की वज़ह से भी खाने लगते हैं . अगली बार तभी खाएं जब आपको वाकई में भूख सहन ना हो . यदि आप कोई विशिष्ट चीज खाने के लिए खोज रहे हैं तो ये भूख नही बस स्वाद बदलने की बात है , जब सच में भूख लगेगी तो आपको जो कुछ भी खाने को मिलेगा आप खाना पसंद करेंगे .

 19. जूस पीने की बजाये फल खाएं : जूस पीने की बजाये फल खाएं , उससे आपको वही लाभ होंगे , और जूस की अपेक्षा फल आपकी भूख को भी कम करेगा , जिससे कुल मिलाकर आप कम खायेंगे .

20 ज्यादा से ज्यादा चलें : आप जितना ज्यादा चलेंगे आपकी कैलोरी उतना ही अधिक होंगी जला . लिफ्ट की जगह सीढ़ियों का इस्तेमाल करना , आस - पास पैदल जाना आपके लिए मददगार साबित होगा . घर में भी आप दिन भर में एक - दो बार अपनी छत का चक्कर लगाने की कोशिश करें . छोटे - छोटे प्रयासों बड़ा परिणाम देंगे .

21. हफ्ते में एक दिन कोई भारी काम करें : हर हफ्ते कोई एक भारी काम या गतिविधि करें . जैसे की आप अपनी बाइक या कार धोने का सोच सकते हैं , बच्चों के साथ कहीं घूमने जाने का योजना कर सकते हैं , या अपने पति या पत्नी की हेल्प करने के लिए घर की सफाई कर सकते हैं .

22. ज्यादातर कैलोरीज़ दोपहर से पहले कंस्यूम कर लें . अध्ययन से पता चला है कि जितना अधिक आप दिन के वक़्त खा लेंगे रात में आप उतना ही कम खायेंगे और दिन में जो की है उपभोग आपने कैलोरी उसके रात तक हो जाने के मौके जला अधिक हैं .

23. डांस करें : जब कभी आपको वक़्त मिले तो बढ़िया संगीत लगा कर डांस करें . ऐसा करने से आपका मनोरंजन भी होगा और अच्छी - खासी कैलोरी भी जाएँगी हो जला . यदि आप इसको दिनचर्या में ला पाएं तो बात ही क्या है .

24 . नींबू और शहद का प्रयोग करें : . रोज सुबह हल्के गुनगुने पानी के साथ नीबू और शहद का सेवन करें ऐसा करने से आपका वज़न कम होगा . यह उपाय हमारे पाठक श्री वी डी शर्मा जी ने अपने अनुभव के मुताबिक बताया है . ऐसा करके उन्होंने अपना वज़न 10 किलो तक कम किया है . उम्मीद है यह आपके लिए भी कारगर होगा .

25 . दोपहर में खाने से पहले 3 ग्लास पानी पीयें : ऐसा करने से आपको भूख कुछ कम लगेगी , और यदि आप अपना वज़न कम करना चाहते हैं तो भूख से थोडा कम खाना आपके लिए लाभदायक रहेगा .

मोटापा घटाने केलिए कुछ आयुर्वेदिक नुस्खेँ

मोटापा घटाने केलिए कुछ आयुर्वेदिक नुस्खेँ

मोटापे को लेकरकई लोग परेशानरहतें हैं और इससेछुटकारा पाना चाहतेंहैं ! कुछ उपाय ढूंढकर उनको प्रयोग में लातें हैं लेकिन कई बार ऐसा देखा गया हैकि हर उपाय हरआदमी के लिएफायदेमंदनहीं हो पाता हैजिसके कारणउनको निराश होनेकि आवश्यकतानहीं है औरउनको दुसरा उपायअपनाना चाहिए !आज में आपके सामनें मोटापे को दूर भगाने के लिए कुछ सामान्यआयुर्वेदिक नुस्खेँ लेकर आया हूँ! जिनका प्रयोग करके फायदा उठाया जा सकता है !

1. मूली के रस मेंथोडा नमक और निम्बूका रस मिलाकरनियमित रूप से पीने से मोटापा कमहो जाता है और शरीरसुडौल हो जाता है !

2. गेहूं, चावल, बाजराऔर साबुत मूंगको समान मात्रा मेंलेकर सेककरइसका दलियाबना लें !इस दलिये में अजवायन 20 ग्राम तथा सफ़ेदतिल 50 ग्रामभी मिला दें ! 50 ग्रामदलिये को 400मि.ली.पानी मेंपकाएं !स्वादानुसार सब्जियां और हल्का नमक मिला लें !नियमित रूप से एकमहीनें तक इस दलिये के सेवन से मोटापा और मधुमेह में आश्चर्यजनकलाभ होता है !

3. अश्वगंधा के एकपत्ते को हाथ सेमसलकर गोली बनाकर प्रतिदिनसुबह,दोपहर,शामको भोजन से एकघंटा पहलेया खाली पेट जल केसाथ निगल लें ! एकसप्ताह के नियमितसेवन के साथफल, सब्जियों, दूध, छाछ और जूस पर रहते हुए कईकिलो वजन कमकिया जा सकता है !

4. आहार में गेहूं केआटे और मैदा से बनेसभी व्यंजनों का सेवन एक माह तक बिलकुल बंद रखें ! इसमें रोटी भीशामिल है !अपना पेट पहले के4-6 दिन तक केवलदाल, सब्जियां औरमौसमी फल खाकरही भरें ! दालों में आपसिर्फ छिलकेवाली मूंग कि दाल, अरहर या मसूर कि दाल ही ले सकतें हैं चनें या उडदकि दाल नहीं !सब्जियों में जो इच्छा करें वही ले सकते हैं !गाजर, मूली, ककड़ी,पालक, पतागोभी, पके टमाटर औरहरी मिर्च लेकरसलाद बना लें ! सलाद पर मनचाही मात्रा में कालीमिर्च, सैंधा नमक, जीरा बुरककर औरनिम्बू निचोड़ करखाएं ! बस गेहूंकि बनी रोटी छोडकरदाल, सब्जी, सलाद और एक गिलास छाछका भोजन करते हुए घूंट घूंट करके पीते हुए पेट भरना चाहिए ! इसमें मात्रा ज्यादा भी हो जाए तो चिंता कि कोई बात नहीं ! इस प्रकार 6-7 दिन तक खाते रहें !इसके बाद गेहूंकि बनी रोटी किजगह चना और जौ के बने आटे कि रोटी खाना शुरू करें !

5 किलो देशी चना और एक किलो जौ को मिलकर साफ़ करके पिसवा लें !6-7 दिन तक इस आटे से बनी रोटी आधी मात्रा में औरआधी मात्रा मेंदाल,सब्जी,सलाद और छाछ लेना शुरू करें ! एकमहीने बाद गेहूंकि रोटी खाना शुरूकर सकते हैं लेकिनशुरुआत एक रोटी सेकरते हुए धीरे धीरेबढाते जाएँ ! भादों केमहीने में छाछका प्रयोगनहीं किया जाता हैइसलिए इस महीनें मेंछाछ का प्रयोगनां करें !!

5. एरण्ड की जड़का काढ़ा बनाकरउसको छानकर एक एक चम्मच की मात्रा में शहद के साथ दिन में तीन बार नियमितसेवन करने सेमोटापा दूरहोता है !!

6. चित्रक कि जड़का चूर्ण एक ग्रामकी मात्रा में शहद केसाथ सुबह शामनियमित रूप से सेवन करने और खानपान का परहेज करनें से भी मोटापा दूर किया जा सकता है !!